Saturday, January 18, 2014

प्राचीन भारत मे वास्तुकला(पुल ओर बांध) ARCHITECTURE in ancient India(dam and bridge)

प्राचीन भारत मे वास्तुकला बहुत उन्नत थी इसका उदाहरण है प्राचीन हिन्दु इमारते ओर किले | लेकिन दुर्भाग्य से बाहरी आक्रमणकारियो ने हमारे मंदिरो ओर किलो को तोडा ओर हमारे वास्तुशास्त्रियो की हत्या भी की जिससे धीरे धीरे वास्तु की उन्नत कला विलुप्त होती गई लेकिन आज भी कई ऐसी चीजे है जो आश्चर्य चकित करती है| यहा हम दो चीजो के बारे मे बता रहे है
चित्र १ मे एक प्राचीन बाध है यह १ से २ A.D
के मध्य कावेरी नदी पर बना है| यह विश्व के सबसे प्राचीनतम एनिकट बांधो मे से एक है ओर इसका उपयोग आज तक जल की दिशा मोडने करने ओर पानी की व्यवस्था करने मे होता है|
अर्थनलाल पुल(atharanala bridge) मधुपुर धारा पर उत्तर पश्चिम पुरी (उडीसा) पर बना है| यह पुल बलुआ पत्थर ओर लेटराईट से बना है|
यह पुल ८४ मीटर लम्बा,५.४ मीटर चौडा ओर इसमे १९ दरवाजे है|
इसका उपयोग पिछले १००० सालो से हो रहा है लेकिन यह आज भी स्थिर है|
यह दोनो चीजे भारतीय स्थापित कला की श्रेष्ठता सिध्द करने के लिए काफी है|
{चित्र.१ ऐनिकट बांध(ancient dam) कावेरी नदी पर}
{चित्र.२ अथरनाला पुल(atharanala bridge)}

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