Wednesday, April 29, 2020

महाभारत में राजा को श्रेष्ठ राज्य का उपदेश

महाभारत सभापर्व में नारद जी द्वारा युद्धिष्ठिर को जो उपदेश दिये थे वे आज भी कितने प्रासंगिक है, ये बात हमें जाननी चाहिए...
राज्य के लिए कृषि और अन्नदाता कृषक कितने महत्वपूर्ण हैं, इसका वर्णन महाभारत में किया है -
1) कृषक दु:खी न हो..
2) राज्य की कृषि केवल वर्षा जल पर ही आश्रित न हो बल्कि किसानों को जलापूर्ति मिलती रहे.. इसके लिए राजा तरह तरह के प्रबंध करे... (एक बार अरुण लावनिया जी सर से बातचीत के दौरान उन्होनें यही बताया कि किसानों को बस जल उपलब्ध करवा दे सरकार तो शेष खेती और फसल उन्नति वो खुद कर सकते हैं, उन्हें सिखाने के लिए कृषि वैज्ञानिक या किसी की कोई आवश्यकता नहीं है..)
3) किसानों के लिए ऋण योजना जारी हो..
4) किसान और उसके बीज नष्ट तो नहीं हो रहे.. कहीं किसान आत्महत्या तो नहीं कर रहे..
आदि जो बातें महाभारत में राजा के लिए श्रेष्ठ राष्ट्र स्थापना के उद्देश्य से कही गयी है, वही बात आज भी कितनी प्रासंगिक है..
इस तरह की अनेकों बातें हमारे शास्त्रों में है.. कितना अच्छा होता कि हमारे ही शास्त्रों से ऐसे ऐसे उत्तम उत्तम प्रकरण लेकर संविधान आदि भी लिखा जाता... उसमें बौद्ध, जेन और सिख आदि भारतीय मतों के ग्रंथों की भी राष्ट्र के लिए उत्तम बातों का संग्रह भी हो जाता तथा हमारा अपने ही लोगों से लिया गया संविधान होता,, विदेशियों का कापी पेस्ट नहीं...

No comments:

Post a Comment