Tuesday, March 18, 2014

मासाहार से हानिया

मित्रो नमस्ते आज कल विशेषकर इस्लामिक विद्वानो के ब्लोग पर लोगो का धर्म भ्रष्ट करने के उद्देश्य से मासाहार को वैज्ञानिक आहार बताकर प्रचार किया जा रहा है। जिनमे प्रमुख है, मुश्फ़िक खान,सतीशचंद गुप्ता,अनवर जमाल आदि,अपने कुतर्को के आधार पर मासाहार को मनुष्य के लिये उप्युक्त आहार सिध्द करने पर तुले है। अब यहा हम मांसाहार से होने वाली हानियो के बारे मे जानेगे ओर कुछ विशेषज्ञओ की राय देखेगे-
मासाहार से हानिया1; हावर्ड मेडिकल स्कूल के डा डी एस वर्न्सटीन के वर्षो के किए गए शोध के अनुसार मासाहारियो का मुत्र प्राय अम्लीय होता है फ़ल्तयः  शरीर का पी एच को उदासीन रखने से हड्डिया कमजोर हो जाती है।
2; मासाहार से ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप,थ्रोम्बोसिस, लकवा,गुर्दे,पित्ताश्य,की पथरी,यकृत रोग आदि होते है।
; जार्जिया स्कुल आफ़ मेडिसन विश्व विद्यालय के वी पी सिड्न,स्ट्रीकर,ए पी ब्रिग्स तथा एन एम डे बाउथ के अनुसार अंडे से अवसाद,ह्रदय घात,चेतन शुन्यता, सनसनाहट,मितली,भारीपन,थकान,हीमोग्लोबिन की कमी आदि रोग होते है।
विस्कान्सिस के तीन शोध कर्ताओ के अनुसार अंडे से वकृत के कैंसर की सम्भावना अधिक हो जाती है।
4; अंडे मे कार्बोहाईड्रेड व कैल्शियम नही होता है जिससे पेट मे संडान्ध उत्पन्न होती है।
5; जमैन कैंसर रिसर्च सेंटर हिड्लवर्ग के डा रैचर फ़्रैट्जैल बेड्म ओर उनके साथियो के अनुसार मासाहार करने वालो मे यृक्त का कैंसर, मोटापा, कालैस्ट्राल वृध्दि की आशंका अधिक होती है।
6; मासाहार मे रफ़ैज नही होने से अतिसार,बवासीर,हर्निया,गर्भाष्य के रोग,ओर आंतो के कैंसर,होने की सम्भावना अधिक हो जाती है।
7; जापान की राष्ट्रीय संस्था के निदेशक ताकेशी हीरायाम के अनुसार कैंसर का खतरा मांसाहार से बढ जाता है।
8; विश्व स्वाथ्य संगठन के अनुसार मासाहार से 160 तरह की बीमारिया फ़ैलती है, नोबल पुरुषकार विजैता अमेरिका के आयुर्वैज्ञानिक डा ब्राउन ओर गोल्ड स्टीन के अनुसार मासाहार से दिल के दोरै पड्ने की आशंका बढ जाती है।
9; जर्मन प्राकृतिक चिकित्सक लुई कूने के अनुसार मास अप्राकृतिक एवं रोग कारक आहार है।
10;मासाहार वृध्दि के साथ साथ नासूर मे दर्द साधारण बात है-डा विलियम राबर्ट
11; मासाहार से दन्त रोग पायरिया बढ जाता है-मि अण्डर वुड
12; मांस से कैंसर बढ्ता है-डा रसैल्।
13; यह सम्भव है कि कुछ लोग बिना किसी प्रकार की क्षति के मास सेवन कर रहै है पर ये निश्चित है कि इस प्रकार के अमानुषिक भोजन के परिणाम जल्दी या देर मे अवश्य प्रकट होगे ओर इससे लीवर ओर कीडनी कार्य करना छोड देगे जिससे क्षय रोग ओर कैंसर, आदि रोग होंगे-मैरी एस ब्राउन( रीजन फ़ार वैजीटेरीयन डाईट)।
14; मैने मासाहार कम किया जिसके परिणाम स्वरुप सर दर्द, मांसिक थकावट आदि रोग ठीक हो गए जिनसे मै लंबे समय से पीडित था।
15; अमेरिका की जनरल एकाउंटिग रिपोर्ट के अनुसार मास मे 143 मे से 47 कैंसर कारक थे।
16;अमेरिका के एक रिसर्च संस्था वर्ल्ड वाच के अनुसार मास खाने वाले मे दिल के दोरे, मधुमह, आंत्र कैंसर आदि बिमारिया हो जाती है।
उपरोक्त उदारण से स्पष्ट है कि मासाहार के समर्थक बस कुप्रचार करते है ओर मासाहारियो का बहाना है कि मासाहार सैहत बनाता है जबकि यह कुप्रचार है मासाहारी बस जीभ की स्वाद लोलुप्ता के लिये मास खाते है ,मेरा सभी से आग्रह की शराब आदि की तरह मासाहार भी त्याज्य्त है। अत: इसे त्यागिए।

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