Wednesday, July 16, 2014

सारे जहा से अच्छा हिंदुस्तान हमारा के लेखक इकबाल की सच्चाई ..(सेकुलरिस्म का एक ओर चेहरा)

मित्रो ओम |
 क्या आप जानते हैं कि....."पाकिस्तान"शब्द का जनक ....सियालकोट का रहनेवाला 'मुहम्मद इकबाल' था..... जो कि...जन्म से एक कश्मीरी ब्राह्मण था . परन्तुबाद में मुसलमान बन गया था ...! येवही मुहम्मद इकबाल है.... जिसने प्रसिद्दगीत "सारे जहाँ से अच्छा हिदोस्तानहमारा" .. लिखा है...! इसी इकबाल नेअपने गीत में एक जगह लिखा है कि.....""मजहब नहीं सिखाता ....आपस में बैररखना" परन्तु .......इसी इकबाल नेअपनी एक किताब " कुल्लियाते इकबाल "में अपने बारे में लिखा है...."मिरा बिनिगर कि दरहिन्दोस्तां दीगर नमी बीनी ,बिरहमनजादए रम्ज आशनाए रूम औ तबरेज अस्त "अर्थात... मुझे देखो......... मेरे जैसा हिंदुस्तान में दूसरा कोईनहीं होगा... क्योंकि, मैं एक ब्राह्मणकी औलाद हूँ......लेकिन,मौलाना रूम औरमौलाना तबरेज से प्रभावित होकरमुसलमान बन गया...! कालांतर मेंयही इकबाल....... मुस्लिम लीग का अध्यक्षबन गया.... और हैरत कि बात है कि......जो इकबाल "सारे जहाँ सेअच्छा हिदोस्तान हमारा" .. लिखा ...और,""मजहब नहीं सिखाता ....आपस में बैररखना"..... जैसे बोल बोले थे... उसी इकबालने ....... मुस्लिम लीग खिलाफत मूवमेंट केसमय ...... 1930 के इलाहाबाद में मुस्लिमलीग के सम्मलेन में कहा था ..... "हो जायेअगर शाहे खुरासां का इशारा ,सिजदा नकरूं हिन्दोस्तां की नापाक जमीं पर "यानि.... यदि तुर्की का खलीफा अब्दुलहमीद ( जिसको अँगरेजों ने 1920 में गद्दी से उतार दिया था ) इशारा करदे...... तो, मैं इस "नापाक हिंदुस्तान" पर नमाज भी नहीं पढूंगा...! बाद में...... इसी "नापाक" शब्द का विपरीत शब्द लेकर"पाक " से "पाकिस्तान "बनाया गया ...... जिसका शाब्दिक अर्थहै .....( मुस्लिमों के लिए ) पवित्र देश ...!कहने का तात्पर्य ये है कि..... हिन्दू बहुल क्षेत्र होने के कारण....मुस्लिमों को हिंदुस्तान ""नापाक""लगता था.... इसीलिए... मुस्लिमों ने अपनेलिए तथाकथित पवित्र देश ..."पाकिस्तान"... बनवा लिया...! अब इससारी कहानी में.... समझने की बात यह हैकि....... जब एक कश्मीरी ब्राह्मण के ....धर्मपरिवर्तन करने के बाद.... अपने देश और अपनी मातृभूमि के बारे में सोच ...इतनी जहरीली हो सकती है.... तो, आज ....हिन्दुओं की अज्ञानता और उदासीनता का लाभ उठा कर ...जकारिया नाईक जैसे..... समाज के दुश्मनों द्वारा हजारो -लाखो हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है.....उसका परिणाम कितना भयानकहो सकता है...???? ऐसे में मुझे एक मौलाना की वो प्रसिद्द उक्ति याद आरही है.... जिसमे उसने कहा था कि.... देखियेहमारे तो इतने इस्लामी देश हैं ....इसीलिए , अगर हमारे लिए जमीन तंग हो जाएगी तो ,,,हम किसी भी देश में जाकर कहेंगे " अस्सलामु अलैकुम " और वह कहेगा " वालेकुम अस्सलाम " ..... साथ ही....हमें भाई समझ कर अपना लेगा . लेकिनमैं... हिन्दुओं से एक मासूम सा सवालपूछना चाहता हूँ कि....... उनके राम-राम का जवाब देने वाला कौन सा देश है...... ???? इसलिए, जो यह लेख पढ़ रहे हैं ,उन सभी हिन्दू भाइयों-बहनों से निवेदनहै कि...., जकारिया नायक जैसे क्षद्मजिहादी और इस्लाम का पर्दाफाश करने में हर प्रकार का सहयोग करें ...... ! यादरखें कि.... अगर धर्म नहीं रहेगा तो देश भी नहीं रहेगा ! क्योंकि.... देश और धर्मका अटूट सम्बन्ध है .... जिस तरह.... धर्म के लिए देश की जरुरत होती है ... ठीक उसी तरह..... देश की एकता के लिए भी धर्म की जरूरत होती है ...! इसीलिए,अगर हमारे हिन्दुस्थान को बचाना हैतो...... जाति और क्षेत्रवाद का भेद भूलकर ..... कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी...और कच्छ से लेकर असम तक के सारे हिन्दुओं को एक होना ही होगा...!


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